स्मार्टफोन / लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल करना आपके लिए हो सकता है घातक

Sun 17-Jun-2018 6:06 pm
बहुत ज्यादा स्मार्टफोन पर बिजी रहने के कारण लोगो की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा हैं और कई सारी बिमारियों को पैदा कर रहा हैं।

आज स्मार्टफोन और लैपटॉप के बिना हमारी जिंदगी बेकार बन गयी हैं। यदि आपके हाथ में मोबाइल न हो तो लगता हैं जैसे की आप कुछ भूल रहे हैं। मोबाइल और ऑनलाइन चैटिंग फ़ास्ट कम्युनिकेशन का सबसे अच्छा माध्यम हैं। लेकिन बहुत ज्यादा स्मार्टफोन पर बिजी रहने के कारण लोगो की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा हैं और इसका ज्यादा इस्तेमाल आपमें कई सारी बिमारियों को पैदा कर रहा हैं।

जानिए स्मार्टफोन के नुकसान और इससे बचने के तरीके/ टिप्स

आँखों की समस्याएं होना
स्मार्टफोन होने के कारन फेसबुक, व्हाट्सएप और ट्विटर सेकंडो में खुल रहे हो। लेकिन यह धीरे-धीरे यह आपकी आँखों की रोशिनी को कम कर रहा होता हैं। दिन भर फ़ोन में मैसेज, फोटो, विडियो, गेम आदि देखने और खेलने के कारण आपकी आँखें कमजोर होने लगती हैं और आपकी आँखों की रोशिनी कम होती चली जाती हैं। स्मार्टफोन पर लगातार कोई टास्क करते रहने से आपकी आँखों पर जोर पड़ता हैं, क्योंकि फोन के फॉण्ट साइज़ लिमिटेड होते हैं। इस कारण आँखों से पानी आना, धुंधला दिखाई देना, सिरदर्द और आँखों का लाल होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं।

समाधान:
फोन को आँखों से कुछ दूरी पर रखकर उपयोग करे। लगातार फोन को देखने की बजाये बीच-बीच में ब्रेक लेते रहे। आँखों को कुछ देर के लिए बंद करे। हथेलियों को आपस में रगड़े और आँखों के ऊपर रखे, इससे आँखों को आराम मिलता हैं।

उँगलियों में दर्द होना
टचस्क्रीन फ़ोन में ही उँगलियों का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता हैं। इसलिए उँगलियों को टिप करने से दर्द होने लगता हैं। उँगलियों की स्किन हार्ड हो सकती हैं और उनमे खुजली भी होने लगती हैं।

समाधान:
बीच-बीच में उँगलियों की एक्सरसाइज करते रहना चाहिए। मैसेजिंग से ज्यादा वोइस चैट, विडियो चैट अच्छे माने जाते हैं।

गले और पीठ में दर्द होना
मैसेजिंग और चैटिंग करने से गले और पीठ में दर्द भी हो सकता है। झुक कर चैट करना, मेसेज करना और गाने सुनने आदि से आपके गले और पीठ में दर्द की समस्या हो सकती हैं। गर्दन का दर्द इसके शुरुवाती लक्षण हैं, जो अहिस्ता-अहिस्ता पीठदर्द तक पहुच जाता हैं। कई लोग ड्राइविंग करते समय भी झुक कर फ़ोन से बात करते हैं, यह आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता हैं, क्योंकि इससे आप ध्यान ड्राइविंग पर कम हो जाता हैं। जिससे आप किसी दुर्घटना के शिकार भी हो सकते हैं।

समाधान:
फोन पर बात करते समय गर्दन को एकदम सीधा रखना चाहिए। अगर आप बिजी हैं तो फोन न करे और नहीं ही फोन को अटेंड करे। दोनों ही स्तिथि खतरनाक साबित हो सकती हैं। बात करना बहुत ही जरूरी हैं तो इयरफोन का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे गर्दन को सीधा रख कर बात करना आसान होता हैं। चैटिंग करने के लिए लैपटॉप का इस्तमाल करना ज्यादा अच्छा होता है क्योंकि यदि लैपटॉप टेबल पर रखा हो तो गर्दन सीधी रहती है|

नींद न आने की समस्या
मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल से आपको नींद न आने की समस्या हो सकती हैं। क्योंकि रात के समय अगर आप घंटो तक बात करते हैं, चैटिंग करते हैं, मैसेजिंग करते हैं या व्हाट्सएप एवं फेसबुक पर सक्रिय रहते हैं। इस चक्कर में आ अपनी नींद को अवॉयड करने लगते हैं इस कारण आपकी नींद पूरी हो पाती हैं। अच्छी सेहत के लिए 7 से 8 घंटो की नींद लेना बहुत ही जरूरी हैं यदि ऐसा नहीं होने आपको चिडचिडापन, डिप्रेशन और टेंशन की शिकायत हो सकती हैं।

समाधान:
सोने से पहले फ़ोन का इस्तेमाल करने से बचे। फ़ोन को साइलेंट मोड पर रखकर सोये।

मोबाइल का फोबिया होना
आज कल एक नया फोबिया आया हैं जिसका नाम हैं नोमोफोबिया, जिसमे फ़ोन पास में न होने पर उसकी रिंगटोन और मेसेज टोन की आवाज़ कानो में बजने का अहसास होता रहता हैं। साथ ही आपका पूरा ध्यान सिर्फ उसी तरफ ही लगा रहता हैं ऐसे में आपको टेंशन और स्ट्रेस होने लगती हैं। इससे दिमाग पर असर पड़ता हैं और आपकी मेमोरी कमजोर होने लगती हैं, जो कमजोर याददाश्त होने की एक मुख्य कारण भी होता हैं।

समाधान:
इस फोबिया को दूर करने के लिए सबसे पहले खुद को समझाए। मैडिटेशन और साँसों से सम्बंधित व्यायाम करके इसे काफी हद तक दूर किया जा सकता हैं।