दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टर प्रदीप चौबे किया ऑपरेशन, जंक फूड खाने से बड़ा बज़न
नई दिल्ली: राजधानी के उत्तम नगर में रहने वाले मिहिर जैन दुनिया के सबसे वजनी बच्चों में से एक था। उनके माता-पिता कुछ महीने पहले उन्हें साकेत के मैक्स अस्पताल में बेरिएट्रिक सर्जरी (वजन घटाने की सर्जरी) के लिए लेकर पहुंचे। वह इतने मोटे थे कि ठीक तरह से खड़े भी नहीं हो पाते थे। जब उसका वजन किया गया तो वह 237 किलो का निकला और वो केवल 15 वर्ष का है। डॉक्टर प्रदीप चौबे एक वरिष्ठ बेरिएट्रिक सर्जन (मोटापे का इलाज) ने उसका ऑपरेशन किया। उन्होंने कहा कि मिहिर दुनिया के सबसे वजनी बच्चे हैं जिन्हें कि गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी से गुजरना पड़ा।
डॉ. चौबे ने कहा, 'जब मैंने पहली बार उसे देखा तो मुझे खुद पर विश्वास नहीं था कि मैं सफलतापूर्वक उसका ऑपरेशन कर पाउंगा।' वह बहुत ज्यादा वजनी था।
मिहिर की मां पूजा जैन ने बताया कि जब मिहिर का नवंबर 2003 में जन्म हुआ तो उसका वजन केवल 2.5 किलो था। लेकिन जल्द ही उसका वजन बढ़ना शुरू हो गया। जब मिहिर पांच साल का हुआ तो उसका वजन 60-70 किलो था। उन्होंने कहा, 'हमारे घर के सभी सदस्य मोटे हैं इसलिए हमने उस समय इसे गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन एक समय आया जब वह वजन ज्यादा होने की वजह से ठीक तरह से चल भी नहीं पाता था। उसने दूसरी क्लास के बाद स्कूल जाना बंद कर दिया और मुझे उसे घर में पढ़ाना पड़ा।'
परिवार ने पहली बार साल 2010 में चिकित्सीय मदद ली थी लेकिन उस समय डॉक्टरों का कहना था कि लड़का सर्जरी के लिहाज से काफी युवा है। मिहिर का कहना है, 'पास्ता उसे पहले नंबर पर और पिज्जा दूसरे नंबर पर पसंद है।
डॉक्टर चौबे ने शुरुआत में लड़के को वेरी लो कैलोरी डाइट (VLCD) पर रखा क्योंकि उन्हें सर्जरी के सफल होने का विश्वास नहीं था। जैन की सामान्य डाइट में 2,500 से 3000 कैलोरी होती हैं जबकि वीएलसीडी में उसे केवल 800 कैलोरी दी जाती थी।
डॉक्टरों को लगा था कि जैन इतनी कड़ी डाइट को फॉलो नहीं कर पाएगा। डॉक्टर चौबे ने कहा -- मुझे उस समय आश्चर्य हुआ जब एक महीने बाद मिहिर दोबारा अस्पताल आया। उसने 10 किलो वजन घटा लिया था। मैं उसकी निष्ठा से खुश हुआ और उसे वही डाइट अगले दो महीनों तक लेने का सुझाव दिया। जिसके कारण उसका वजन 196 किलो पर आ गया। इसके बाद हमें अहसास हुआ कि और वजन घटाने के लिए हमें सर्जरी करनी पड़ेगी और केस को अप्रैल में ऑपरेशन के लिए रख दिया।
डॉक्टरों ने बताया कि जैन की पसलियों के ऊपर 10-12 इंज फैट की परत जमी थी जिसकी वजह से ऑपरेशन करने में दिक्कत हुईं। ढाई घंटे चले ऑपरेशन में मिहिर का गैस्ट्रिक बाईपास किया गया।