राजनगर एक्सटेंशन स्थित रिवर हाईट्स में शनिवार को 15वीं मंजिल से कूदकर प्रेमी-प्रेमिका ने आत्महत्या कर ली।
गाजियाबाद। रिवर हाईट्स टावर न. 18 पर जाकर जिस तरह प्रेमी और प्रेमिका ने छलांग लगाई, वह सोसायटी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त होती तो यह घटना नहीं होती, युगल बिल्डिंग पर इस तरह ऊपर नहीं जा सकता था।
रिवर हाईट्स सोसायटी के गेट से युवक-युवती पैदल ही आसानी से बिना किसी रोक टोक के अंदर चले जाते हैं ऐसा ही उस दिन हुआ। उन्हें इस बीच किसी गार्ड ने नहीं रोका और न ही उनसे पूछताछ की। इसके बाद वह रिवर हाईट के सोसायटी फेज -2 में टावर 18 तक बने बेसमेंट के रास्ते पैदल ही पहुंच गए। जहां उन्होंने टावर की बेसमेंट स्थित लिफ्ट का प्रयोग किया, वह लिफ्ट में करीब दो बजे चढ़े। इसके बाद ग्राउंड फ्लोर से एक पार्सल देने वाला युवक भी उनके साथ लिफ्ट में गया, जोकि 13वीं मंजिल पर उतर गया। इसके बाद लिफ्ट में ही दोनों युवक-युवती एक दूसरे से बात करने लगे। वह 15वीं मंजिल पर उतर गए। बिना किसी रोक टोक के वह करीब दो घंटे तक एक निर्माणाधीन फ्लैट में रहे, जिसका गेट पहले से ही खुला हुआ था।
राजनगर एक्सटेंशन में सबसे ख़राब सिक्यूरिटी है रिवर हाईट्स में
सोसायटी में रहने वाले लोगों का कहना है कि सोसायटी के पदाधिकारी उनसे सिक्योरिटी चार्ज के लिए रुपये लेते हैं तो वह उन्हें सिक्योरिटी क्यों नहीं देते। लोगों का कहना की पिछले कई महीनों से इंटरकॉम ख़राब पड़े है, अगर ऐसा ही रहा तो किसी दिन सोसायटी में बड़ा हादसा हो सकता है। कोई भी अन्दर आता है तो कभी-कभी मेन गेट पूछते हैं कहाँ जाना है और उसके फ्लैट मालिक बिना पूछे अन्दर भेज देते हैं, पैदल वालों को तो कभी कोई नहीं टोकता|
सोसायटी के एक फ्लैट मालिक ने बताया कि यहाँ 30-40 प्रतिशत गाड़ियाँ बिना स्टीकर के रोजाना सोसायटी में आती और कहीं भी पार्क कर दी जाती है, जब भी इसकी शिकायत की जाती है तब एक नोटिस चिपका दिया जाता है और उसके बाद फिर पहले जैसा|
ज्ञात हो कि रिवर हाइट्स सोसायटी में शनिवार को एक टावर की 15वीं मंजिल से कूदकर प्रेमी-प्रेमिका ने आत्महत्या कर ली। उनके साथ गार्ड गंभीर रूप से घायल हो गया था और रविवार को उसका भी निधन हो गया।