गेज परिवर्तन के लिए दो साल में जमीन नहीं मिलने पर रेलवे बोर्ड नाराज़

Thu 03-Jan-2019 12:21 pm
मार्च से पहले निजी जमीन नहीं मिली तो रेलवे जारी नहीं करेगा ब्रॉड गेज लाइन के लिए अगला टेंडर;, ग्वालियर से रायरू तक कोई समस्या नहीं

ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर से श्योपुर तक 198 किलोमीटर में नैरोगेज ट्रैक को बड़ी लाइन में बदलने के लिए रेलवे को दो साल में नहीं मिल पाई निजी जमीन, इससे रेलवे बोर्ड के अफसर काफी नाराज़ हैं|

अफसरों ने साफ़ कहा की बड़ी लाइन बिछाने के लिए रेलवे को मार्च तक किसानों की निजी जमीन राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई तो रेलवे बोर्ड इस प्रोजेक्ट का अगला टेंडर जारी नहीं करेगा|

अफसरों के नाराज़गी इस बात से है कि दो साल में मुरेना और श्योपुर जिले के राजस्व अधिकारी निजी जमीन उपलब्ध नहीं करा पाए हैं| इसलिए अभी भी पहले चरण में रायरू से जौरा के बीच काम शुरू नहीं हो पा रहा है| ग्वालियर से रायरू तक ज्यादा समस्या नहीं है, क्योंकि आगरा-झाँसी रूट पर तीसरी लाइन के साथ गेज परिवर्तन के अंतर्गत भी लाइन बिछाई जा रही है|

रायरू से जौरा के बीच 50 किमी के लिए रेलवे बोर्ड 100 करोड़ का टेंडर मंजूर कर चूका है और ठेकेदार ने भी कहा कि 80 हेक्टेयर जमीन मिल जाये तो लाइन बिछाने का काम शुरू कर देंगे और अभी केवल 20 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हुआ है|

इस प्रोजेक्ट के लिए रेलवे बोर्ड को ग्वालियर, मुरेना और श्योपुर जिले की कुल 376 हेक्टयर निजी ज़मीन चाहिए| दूसरी तरफ पश्चिम मध्य रेलवे ने भी कहा कि यदि गेज परिवर्तन का शुरू तो हम भी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कोटा से श्योपुर तक काम शुरू करें|

वन विभाग से ज़मीन के बदले ज़मीन
प्रशसन ने वन विभाग की 12.925 हेक्टेयर ज़मीन का अधिग्रहण किया है लेकिन इसके बदले वन विभाग को उतनी ही ज़मीन देना पड़ी| प्रशासन की मानें तो किसानों की 280 हेक्टेयर ज़मीन अधिग्रहण करने के लिए अलग-अलग स्तर पर कार्यवाई चल रही रही| राजस्व विभाग भू-अर्जन के लिए 69 प्रस्तावों पर काम चल रहा है, जिनमें से मुरैना में चार प्रस्ताव के अवार्ड हो चुके हैं, और जौरा के रेलवे ने 22 प्रस्ताव राजस्व विभाग को दिए हैं| उनमें से तीन प्रस्तावों पर भू-अर्जन का काम चल रहा है| जबकि सबलगढ़ क्षेत्र में 26 गावों की ज़मीन का भी अधिग्रहण किया जाना है|

जल्दी ही ग्वालियर में बंद करना पढ़ेगा नैरो गेज स्टेशन
मार्च में माल गोदाम रायरू शिफ्ट होने के बाद ग्वालियर में तीसरी और चौथी लाइन के साथ-साथ दो नए प्लेटफार्म का निर्माण शुरू हो जायेगा| इसलिए हो सकता है कि ग्वालियर में नैरो गेज के ट्रैक को बंद करना पढ़े| यदि ऐसा हुआ तो नैरो गेज ट्रेन का परिचारण मोतीझील या घोसीपुरा स्टेशन से होगा|

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