एकादशी 2019 - एकादशी व्रत तिथि 2019

Sun 24-Feb-2019 1:29 pm
देखें साल 2019 में पड़ने वाली सभी एकादशी, उपवास के दिन, व्रत तिथियां, मुहूर्त और पूजा...

हिंदू पंचांग की ग्यारहवीं तिथि को एकादशी कहते हैं। एकादशी संस्कृत भाषा से लिया गया शब्द है जिसका अर्थ होता है ‘ग्यारह’। प्रत्येक महीने में एकादशी दो बार आती है–एक शुक्ल पक्ष के बाद और दूसरी कृष्ण पक्ष के बाद। पूर्णिमा के बाद आने वाली एकादशी को कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आने वाली एकादशी को शुक्ल पक्ष की एकादशी कहते हैं।

हिंदू धर्म में एकादशी या ग्यारस एक महत्वपूर्ण तिथि है और एकादशी व्रत बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। पुराण के अनुसार स्वयं महादेव ने नारद जी को उपदेश देते हुए कहा था, एकादशी महान पुण्य देने वाली होती है। कहा जाता है कि जो मनुष्य एकादशी का व्रत रखता है उसके पितृ और पूर्वज कुयोनि को त्याग स्वर्ग लोक चले जाते हैं। इसीलिए इस व्रत को करने वालों का मोक्ष का मार्ग सरल हो जाता है। एकादशी तिथि के दिन दान, स्नान और तप को पुण्य माना गया है। पुराणों में बताया गया है कि जो व्यक्ति नियमपूर्वक एकादशी का व्रत करता है और रात्रि जागरण करके विष्णु भगवान का ध्यान कीर्तन करता है उसे पुण्य प्राप्त होता है।

2019 एकादशी व्रत के दिन

[2075 - 2076] विक्रम संवत्

क्रमांक तारीख त्यौहार
1. 1 जनवरी, 2019, मंगलवार सफला एकादशी
2. 17 जनवरी, 2019, गुरुवार पौष पुत्रदा एकादशी
3. 31 जनवरी, 2019, गुरुवार षटतिला एकादशी
4. 16 फरवरी, 2019, शनिवार जया एकादशी
5. 2 मार्च, 2019, शनिवार विजया एकादशी
6. 17 मार्च 2019, रविवार आमलकी एकादशी
7. 31 मार्च 2019, रविवार पापमोचिनी एकादशी
  1 अप्रैल, 2019, सोमवार वैष्णव पापमोचिनी एकादशी
8. 15 अप्रैल, 2019, सोमवार कामदा एकादशी
  16 अप्रैल, 2019, मंगलवार गौना कामदा एकादशी / वैष्णव कामदा एकादशी
9. 30 अप्रैल, 2019, मंगलवार वरुथिनी एकादशी
10. 15 मई, 2019, बुधवार मोहिनी एकादशी
11. 30 मई, 2019, गुरुवार अपरा एकादशी
12. 13 जून 2019, गुरुवार निर्जला एकादशी
13. 29 जून, 2019, शनिवार योगिनी एकादशी
14. 12 जुलाई 2019, शुक्रवार देवशयनी एकादशी
15. 28 जुलाई, 2019, रविवार कामिका एकादशी
16. 11 अगस्त, 2019, रविवार श्रावण पुत्रदा एकादशी
17. 26 अगस्त 2019, सोमवार अजा एकादशी
. 27 अगस्त, 2019, मंगलवार गौना अजा एकादशी / वैष्णवी एकादशी
18. 9 सितंबर, 2019, सोमवार पार्श्व/ परिवर्तिनी एकादशी
19. 25 सितंबर, 2019, बुधवार इंदिरा एकादशी
20. 9 अक्टूबर, 2019, बुधवार पापांकुशा एकादशी
21. 24 अक्टूबर 2019, गुरुवार राम एकादशी
22. 8 नवंबर, 2019, शुक्रवार देवुत्थान एकादशी
23. 22 नवंबर, 2019, शुक्रवार उत्पन्ना एकादशी
. 23 नवंबर, 2019, शनिवार गौना उत्पन्ना एकादशी / वैष्णव उत्पन्ना एकादशी
24. 8 दिसंबर 2019, रविवार मोक्षदा एकादशी / गुरुवायुर एकादशी
25. 22 दिसंबर, 2019, रविवार सफला एकादशी

आइए जानते हैं एकादशी व्रत में क्या करना चाहिए और क्या नहीं...

एकादशी पर भूलकर न करें ये काम

  • एकादशी व्रत करने का नियम बहुत ही सख्त होता है जिसमें व्रत करने वाले को एकादशी तिथि के पहले सूर्यास्त से लेकर एकादशी के अगले सूर्योदय तक उपवास रखना पड़ता है। यह व्रत किसी भी लिंग या किसी भी आयु का व्यक्ति स्वेच्छा से रख सकता है।
  • शास्त्रों में सभी 24 एकादशियों में चावल खाने को वर्जित बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि एकादशी के दिन चावल खाने से मनुष्य रेंगने वाले जीव की योनि में जन्म लेता है इसलिए इस दिन भूलकर भी चावल का सेवन न करें।
  • सभी तिथियों में एकादशी कि तिथि बहुत शुभ मानी गई है। एकादशी का लाभ पाने के लिए इस दिन किसी को कठोर शब्द नहीं कहना चाहिए। लड़ाई-झगड़ा से बचना चाहिए।
  • एकादशी का व्रत भगवान विष्णु की आराधना और उनके प्रति समर्पण के भाव को दिखाता है। एकादशी के दिन खान-पान और व्यवहार में संयम और सात्विकता का पालन करना चाहिए।
  • घर में झाड़ू न लगाएं। ऐसा इसीलिए किया जाता है क्यूंकि घर में झाड़ू आदि लगाने से चीटियों या छोटे-छोटे जीवों के मरने का डर होता है। और इस दिन जीव हत्या करना पाप होता है।
  • बाल नहीं कटवाएं।
  • किसी का दिया हुआ अन्न आदि न खाएं।
  • यदि कोई फलाहारी है तो वे गोभी, पालक, शलजम आदि का सेवन न करें। वे आम, केला, अंगूर, पिस्ता और बादाम आदि का सेवन कर सकते है।
  • एकादशी के दिन संयम के साथ पति-पत्नी को ब्रह्राचार्य का पालन करना चाहिए इसलिए इस दिन शारीरिक संबंध नहीं बनना चाहिए।

एकादशी में करना चाहिए ये काम

  • एकादशी व्रत के दिन दान अवश्य करना चाहिए।
  • एकादशी व्रत पर अगर संभव हो तो गंगा स्नान करना शुभ होता है।
  • विवाह योग्य युवक-युवतियां एकादशी के दिन केसर, केला या हल्दी का दान करें, जल्दी विवाह के योग्य बनते हैं।
  • एकादशी का व्रत करने से इच्छाएं पूरी होती हैं और साथ ही भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होती हैं।
  • प्रत्येक एकादशी का व्रत रखने पर धन, मान-सम्मान, अच्छी सेहत, ज्ञान, संतान सुख, पारिवारिक सुख,और मनोवांछित फल मिलते हैं।

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