जहाँ तक जमीन मिल गई वहां तक का काम शुरू...
ग्वालियर: बहुप्रचलित ग्वालियर-श्योपुर नैरोगेज ट्रैक को ब्रॉडगेज में बदलने का काम शुरू हो गया है| इसके लिए बानमोर से श्योपुर कलां तक 187 किलोमीटर लम्बी नैरोगेज को ब्रॉडगेज में बदलना है और श्योपुर से कोटा के दीगोद तक नई लाइन बिछाई जाएगी| पहले चरण में बानमोर से जौरा तक का काम होना है, लेकिन जहाँ तक जमीन मिल गई वहां तक काम शुरू हो गया है| रेलवे पहले चरण में बानमाेर से सुमावली तक 27 किमी ट्रैक बना रही है। 110 कराेड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस ट्रैक को बानमाेर स्टेशन के पास से निकल रहे अागरा-मुंबई हाइवे के ऊपर से निकाला जाएगा।
अभी रेलवे ने बानमोर स्टेशन के आसपास नैरोगेज के समीप की जमीन को समतल करने का काम शुरू कर दिया है| रेलवे को श्योपुर तक गेज परिवर्तन का काम पांच वर्ष में पूरा करना है| दो हज़ार 912 करोड़ की लागत से पूरा होगा काम| ट्रैक के आसपास की जमीन के लिए मुरैना जिलाधीश से चर्चा चल रही है और जल्दी सरकारी ज़मीन रेलवे को मिल जाएगी|
ब्रॉडगेज के लिए बानमोर से जहाँ तक ज़मीन मिली है, वहां तक ज़मीन को समतल करने का काम तेजी से चल रहा है| जल्दी ही ज़मीन का पूरा मामला सुलझ जायेगा एवं काम में और तेजी से होगा|
मनोज कुमार सिंह, पीआरओ झाँसी मंडल
बानमोर से सबलगढ़ के बीच अभी पहले चरण में छोटे पुल लगभग 125 छोटे और 10 बड़े पुल का काम किया जाना है| इसके लिए बानमोर के आसपास कुछ काम शुरू हो गया है| उमके बाद जैसे ज़मीन मिलती जाएगी| वैसे-वैसे काम की गति बढ़ती जाएगी|
बानमोर के पास ट्रैक का आधार बनाने के लिए काम 4 माह पहले शुरू किया गया था, जाे अब दिखाई देने लगा है। कुल 187 किमी लंबी लाइन बिछाने के लिए 611 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण मुरैना व श्योपुर जिले में किए जाना है। अभी मुरैना के बानमोर में करीब 20 हेक्टेयर जमीन का ही अधिग्रहण हुआ है। ब्रॉडगेज लाइन जहां से गुजरना वहां किसानों की जमीन है, इससे 27 किमी ट्रैक का कुछ काम बाधित हो रहा है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कारण जमीन अधिग्रहण का काम अटक गया है। रेलवे अफसराें का दावा है कि मुरैना जिला प्रशासन को जमीन अधिग्रहण करने के लिए एक साल पहले 105 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। जबकि श्योपुर जिले में कोई राशि आवंटित नहीं की गई है।