ग्वालियर-शिवपुरी लाइन का सिथौली तक थर्ड लाइन के तौर पर होगा उपयोग

Sat 08-Feb-2020 8:00 am
अब तीसरी और चौथी ग्वालियर से बाई पास नहीं होगी; नैरोगेज का संचालन ग्वालियर से बंद करने पर विचार…

ग्वालियर: पड़ाव पुल के आसपास जगह का अभाव है। इससे ग्वालियर-शिवपुरी लाइन का सिथौली रेलवे स्टेशन तक थर्ड लाइन के तौर पर उपयोग किया जाएगा। सिथौली के पास एक आरआरआई (रूट रिले इंटरलॉकिंग) केबिन बनाया जाएगा, जहां से शिवपुरी और झांसी ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन में नया बदलाव हुआ है।

ताज साइडिंग को हटाकर यहां प्लेटफार्म नंबर 7 बनाया जाएगा। प्लेटफार्म नंबर 7 से भिंड / इटावा और आगरा की तरफ जाने वाली ट्रेनों का संचालन होगा। अभी रेलवे स्टेशन पर 4 प्लेटफार्म हैं। जबकि थर्ड लाइन निकलने के बाद प्लेटफार्म नंबर 5 और 6 नंबर नैरोगेज लाइन को हटाकर विकसित किया जाना है।

नए प्लेटफार्म बढ़ने से ग्वालियर स्टेशन में ट्रेनों का स्टापेज बढ़ जाएगा। साथ ही एलएचबी कोच के लिए दो वाशिंग पिट पुराने मालगोदाम को हटाकर बनाए जाएंगे।

ग्वालियर शहर में बाई पास की जगह नहीं होने के कारण अब तीसरी और चौथी लाइन ग्वालियर स्टेशन से होकर ही जाएगी | रेलवे अफसरों ने बताया कि पड़ाव का पुराना पुल काफी नीचे है, जिसके स्पॉन को हटाकर ऊंचा करना पड़ेगा। यह काम फोर्थ लाइन निकालने पर किया जाएगा। इतना ही नहीं, सिंधिया कन्या विद्यालय के आसपास भी नया ट्रैक निकालने के लिए जगह कम पड़ रही है। इन सबका जायजा लेने के लिए जल्द ही झांसी मंडल के डीआरएम संदीप माथुर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने के लिए आएंगे। साथ ही पुराने मालगोदाम को हटाकर यहां क्या-क्या विकसित किया जाएगा, इसका वह अंतिम निर्णय लेंगे।

प्लेटफार्म नंबर 4 के पास व पुराने मालगोदाम के पास ये काम होने हैं…

  • प्लेटफार्म नंबर 4 के बाहर बने पुराने मालगोदाम को हटाकर कोचिंग यार्ड बनाया जाएगा। यहां दो लाइन रहेंगी और डिपो भी रहेगा।
  • नैरोगेज लाइन हटाकर प्लेटफार्म नंबर 5 और 6 बनाया जाएगा।
  • नैरोगेज का संचालन ग्वालियर से बंद कर तानसेन रोड के रेलवे फाटक के पास से संचालन पर विचार चल रहा है, लेकिन अंतिम फैसला झांसी से डीआरएम माथुर के आने के बाद किया जायेगा।
  • प्लेटफार्म नंबर 4 पर बना टिकट बुकिंग ऑफिस और आरआरआई केबिन हटाई जाएगी। इसके लिए आगरा एंड में एक नई बिल्डिंग बनाने का कार्य शुरू हो चुका है। इसके साथ ही ऑयल डिपो भी शिफ्ट किया जाएगा।
  • एलएचबी कोच वाले ट्रेनों के लिए दो वॉशिंग साइड बनाई जाना हैं। यहां पर ट्रेनों की सफाई का कार्य होता है।

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