अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस 2019

Fri 08-Mar-2019 11:38 am
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस क्या है, कब और क्यों मनाया जाता है, कैसे हुई शुरुआत…

अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस हर वर्ष, 8 मार्च को मनाया जाता है। विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओ का दिन है, जो की पुरे विश्व में महिलाओं को सम्मान देने, सामाजिक से लेकर राजनितिक जीवन में महिलाओ द्वारा प्राप्त की गयी उपलब्धियों को मनाने और लिंग समानता पर बल देने के लिए मनाया जाता है|

कैसे हुई इसकी शुरुआत

1908 में 15000 महिलाओ ने न्यूयॉर्क सिटी में वोटिंग अधिकारों की मांग के लिए, काम के घंटे कम करने के लिए और बेहतर वेतन मिलने के लिए मार्च निकाला| एक साल बाद अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी की घोषणा के अनुसार 1909 में यूनाइटेड स्टेट्स में पहला राष्ट्रीय महिला दिवस 28 फरवरी को मनाया गया| इसके बाद यह फरवरी के आखिरी रविवार के दिन मनाया जाने लगा।

1910 में क्लारा जेटकिन (जर्मनी की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी की महिला ऑफिस की लीडर) नामक महिला ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का विचार रखा, उन्होंने सुझाव दिया की महिलाओ को अपनी मांगो को आगे बढ़ने के लिए हर देश में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाना चाहिए| एक कांफ्रेंस में 17 देशो की 100 से ज्यादा महिलाओ ने इस सुझाव पर सहमती जताई और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की स्थापना हुई, इस समय इसका प्रमुख उद्देश्य महिलाओं को वोट का अधिकार दिलवाना था| 1911, मार्च 19 को पहली बार आस्ट्रिया डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्ज़रलैंड में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया| 1913 में इसे ट्रांसफर कर 8 मार्च कर दिया गया और तब से इसे हर साल इसी दिन मनाया जाता है| 1975 में पहली बार यूनाइटेड नेशन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया|

महिलायों के सम्मान में सर्वश्रेष्ठ अनमोल वचन

कोई भी देश यश के शिखर पर तब तक नहीं पहुंच सकता जब तक उसकी महिलाएं कंधे से कन्धा मिला कर ना चलें।
औरतें प्यार करने के लिए बनी हैं, समझने के लिए नहीं।
हम हमेशा देखते हैं जब आदमी स्त्री से प्यार करता है। वो अपनी ज़िन्दगी का बहुत छोटा हिस्सा देता है। पर जब स्त्री प्यार करती है वो सबकुछ दे देती है।
सुयोग्य स्त्री परिवार की शोभा तथा गृह की लक्ष्मी है।
जीवन की कला को अपने हाथों से साकार कर नारी ने सभ्यता और संस्कृति का रूप निखारा है, नारी का अस्तित्व ही सुन्दर जीवन का आधार है।
जब आप एक आदमी को शिक्षित करते हैं; आप एक आदमी को शिक्षित करते हैं; लेकिन आप एक स्त्री को शिक्षित करते हैं, आप एक पीढ़ी को शिक्षित करते हैं।

Related Post