कांग्रेस ने प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को महासचिव बनाया

Wed 23-Jan-2019 4:21 pm
प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का तो ज्योतिरादित्य को पश्चिम उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और गुना के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी महासचिव नियुक्त किया है।

श्रीमति वाड्रा को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार दिया गया है। वे फिलहाल बेटी मिराया के ऑपरेशन के लिए लंदन गई हैं। 47 वर्षीय प्रियंका 1999 से हर लोकसभा चुनाव में प्रचार करती रही हैं। वे भाई राहुल के लिए अमेठी में और मां सोनिया गांधी के लिए रायबरेली में रैलियां करती हैं। लेकिन पार्टी में उन्हें पहली बार कोई पद दिया गया है। पिछले कई वर्षों से प्रियंका को सक्रिय राजनीति में लाने की कांग्रेस के नेता मांग करते रहे हैं।

प्रियंका गांधी की एंट्री की वजह

  • पूर्वांचल के बनारस से मोदी सांसद, प्रचार अब मोदी बनाम प्रियंका हो सकता है| यही वजह है कि राहुल ने यहां भाजपा को हाईप्रोफाइल प्रचार में सीधी टक्कर देने के लिए प्रियंका को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया है।
  • उ.प्र. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पूर्वांचल के दूसरे सबसे चर्चित शहर गोरखपुर से आते हैं। पूर्वांचल में योगी का बड़ा प्रभाव माना जाता है। भाजपा के उप्र अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय भी पूर्वांचल की चंदौली सीट से सांसद हैं।
  • बसपा और सपा ने लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने का ऐलान किया था। सपा और बसपा उत्तर प्रदेश की कुल 80 में से 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। सपा-बसपा ने इस गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं किया लेकिन अमेठी और रायबरेली सीट उसके लिए छोड़ दी।
  • रायबरेली से सोनिया गाँधी नहीं लड़ीं तो प्रियंका उम्मीदवार हो सकती हैं

ज्योतिरादित्य सिंधिया भी महासचिव बने

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले सिंधिया को भी कांग्रेस महासचिव बनाया गया है। उन्हें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, अशोक गहलोत की जगह केसी वेणुगोपाल को संगठन-महासचिव बनाया गया है। वेणुगोपाल कर्नाटक के प्रभारी भी होंगे। वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को उत्तर प्रदेश की जगह हरियाणा का प्रभार दिया गया है।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मुझे काफी खुशी है कि मेरी बहन, जो बहुत सक्षम और कर्मठ हैं, वे मेरे साथ काम करेंगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी डायनामिक युवा नेता हैं। प्रियंका और ज्योतिरादित्य को मैंने दो महीने के लिए उप्र नहीं भेजा है। उन्हें कांग्रेस की सच्ची विचारधारा के लिए लड़ना है। मुझे उम्मीद है कि दोनों काम करेंगे और उप्र के युवाओं को जो चाहिए, वह कांग्रेस पार्टी उन्हें देगी।’’

क्या प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी? इस पर राहुल ने कहा- यह उनके ऊपर है। ये उन्हें तय करना है।

बता दें कि सपा-बसपा गठबंधन से अलग होने के बाद पार्टी लोकसभा चुनाव में इस बार राज्य में अकेले उतर रही है। राहुल गांधी ने भी कहा था कि पार्टी उत्तर प्रदेश में सबको चौंका सकती है, लिहाजा हमें कम न आंका जाए।

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