20 अक्टूबर से नई दिल्ली - भोपाल रूट पर टी-18 का परीक्षण

Fri 28-Sep-2018 5:55 pm
इस ट्रेन सेट के दरवाजे स्टेशन आने मेट्रो की तरह ऑटोमैटिक खुलेंगे। इसमें शताब्दी एक्सप्रेस की तरह चेयरकार होगी।

नई दिल्ली: सेमी हाई स्पीड ट्रेन सेट-18 (टी-18) का परीक्षण 20-21 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। सबसे पहले यह भोपाल शताब्दी के स्थान पर दिल्ली-भोपाल के बीच चलाई जाएगी। इसके बाद चंड़ीगढ़ रूट पर और बाद में सभी शताब्दी के स्थान पर इसे चलाया जाना है। पहले ऐसी खबर थी कि इसका परीक्षण सितंबर के अंत तक शुरू हो जाएगा।

बिना इंजन वाली देश की पहली सेमी हाई स्पीड टी-18 सफर में 160-200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर दौड़ेगी। सूत्रों का कहना का कहना है कि टी-18 का किराया शताब्दी एक्सप्रेस से 40-45 फीसदी अधिक हो सकता है। हालांकि अभी इसका किराया तय नहीं किया गया है।

इंट्रीगल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ), चेन्नई में ट्रेन-18 लगभग बनकर तैयार है। यह सितंबर के अंत तक फैक्ट्री से बाहर आ जाएगी। इसके पश्चात ट्रेन का ट्रायल दिल्ली-भोपाल रेल मार्ग पर किया जाएगा। क्योंकि यह सेक्शन 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार के लिए सही है। ट्रायल सफल होने के बाद दिसंबर-जनवरी में इसका कॉमर्शियल ऑपरेशन शुरू होगा। ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटलबिहारी वाजपई जी के जन्मदिन (25 दिसम्बर) से इसका आधिकारिक संचालन शुरू होगा|

कोच के भीतर प्लेन की तर्ज पर लंबी एलईडी लाइट ट्यूब लगी होंगी। ट्रेन के कोच स्टेनलेस स्टील के बनाए जा रहे हैं।

व्हीलचेयर रखी जाएगी
हर कोच में दिव्यागों के लिए एक व्हीलचेयर रखी जाएगी। दो कोच के बीच गैप नहीं होने से व्हीलचेयर को चलाने में दिक्क्त नहीं होगी। प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच में भी मेट्रो के तरह कोई गैप होगा| सूत्रों की माने तो दिल्ली-भोपाल के बीच जहाँ-जहाँ इसका स्टॉप होगा, उन स्टेशन के प्लेटफार्म इसकी हिसाब से सेट किये जायेंगे|

मेट्रो की तरह दरवाजे होंगे
यूरोपियन तकनीक वाली इस ट्रेन सेट के दरवाजे प्लेटफार्म पर मेट्रो की तरह ऑटोमैटिक खुलेंगे। इसमें शताब्दी एक्सप्रेस की तरह चेयरकार होगी।

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